भारत के नए बैटिंग कोच ने खेले हैं सिर्फ 13 इंटरनैशनल मैच

नई दिल्लीगुरुवार को एमएसके प्रसाद की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने भारतीय क्रिकेट टीम के लिए सपॉर्ट स्टाफ की घोषणा की। गेंदबाजी कोच के रूप में भरत अरुण और फील्डिंग कोच के रूप में आर. श्रीधर को उनके पद पर कायम रखा गया। हालांकि बल्लेबाजी कोच के रूप में की विदाई हो गई और उनके स्थान पर को यह जिम्मेदारी सौंपी गई है। राठौड़ ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कुल 13 मैच खेले। इनमें 6 टेस्ट और सात एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबले शामिल थे। टेस्ट मैच में बतौर सलामी बल्लेबाज राठौड़ का प्रदर्शन कतई प्रभावी नहीं कहा जा सकता। उन्होंने 10 पारियों में 13.10 के औसत से 131 रन बनाए। वह एक बार भी 50 का आंकड़ा पार नहीं कर पाए। इसके अलावा वनडे क्रिकेट में उन्होंने 193 रन ही बनाए। उनका औसत रहा 27.57 का। उन्होंने वनडे इंटरनैशनल में दो हाफ सेंचुरी जरूर लगाईं लेकिन यह चयनकर्ताओं को प्रभावित करने के लिए काफी नहीं था। घरेलू क्रिकेट में पंजाब और हिमाचल प्रदेश की ओर से खेलते हुए राठौड़ ने 146 प्रथम-श्रेणी मैचों की 239 पारियों में 49.66 की औसत से 11473 रन बनाए। यहां उन्होंने 33 सेंचुरी और 49 हाफ सेंचुरी बनाईं। वहीं 99 लिस्ट ए मुकाबलों में उन्होंने 3161 रन बनाए। और इस दौरान उनका औसत रहा 33.98। राठौड़ को 1996 में इंग्लैंड दौरे पर गई भारतीय टीम में चुना गया था। यहां टूर गेम्स में उन्होंने काफी रन बनाए। उन्होंने 58.38 के औसत से 759 रन बनाए। इसमें वॉस्टरशर के खिलाफ 165 रनों की पारी शामिल है। इसके अलावा ओल्ड ट्रैफर्ड में खेले गए वनडे में हाफ सेंचुरी भी शामिल है। लेकिन टेस्ट क्रिकेट में बुरी तरह फ्लॉप साबित हुए। चार पारियों में उनका सर्वाधिक स्कोर 20 रन रहा। आउट स्विंग बॉल के खिलाफ उनकी तकनीकी कमजोरी जाहिर हुई और वह कभी उससे उबर नहीं पाए। इसके बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एकमात्र टेस्ट मैच में भी राठौड़ की किस्मत नहीं बदली। साउथ अफ्रीका के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज से उन्हें बाहर कर दिया गया। यहां भारतीय टीम के लिए कोई भी ओपनर नहीं चला और फिर रिटर्न सीरीज के लिए राठौड़ को साउथ अफ्रीका भेजा गया। यहां भी उन्होंने दो टूर मैचों में तीन फिफ्टी और एक सेंचुरी लगाई लेकिन दो टेस्ट मैचों में एलन डॉनल्ड के खिलाफ वह संघर्ष करते नजर आए। हालांकि वॉन्डर्स में 44 रनों की उनकी पारी की मदद से भारत ने सीरीज में अपनी सबसे बड़ी ओपनिंग साझेदारी (90) की। इसके बाद राठौड़ का अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट समाप्त हो गया। इसके बाद वह कभी भारत के लिए नहीं खेले। क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद वह कुछ वर्ष तक इंग्लैंड में रहे। इसके बाद वह घरेलू क्रिकेट में पंजाब के कोच बने। सितंबर 2012 में वह राष्ट्रीय चयनकर्ता भी बने।


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भारत के नए बैटिंग कोच ने खेले हैं सिर्फ 13 इंटरनैशनल मैच भारत के नए बैटिंग कोच ने खेले हैं सिर्फ 13 इंटरनैशनल मैच Reviewed by Ajay Sharma on August 23, 2019 Rating: 5

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